ward member, वार्ड सदस्य कौन होते है ,इनका चुनाव कैसे होता है.

ward member, वार्ड सदस्य कौन होते है ,इनका चुनाव कैसे होता है. पंचायत का निर्माण दो या तीन गांवों मिला कर होता है , किसी भी पंचायत में कम से कम 1000 मेंबर का होना आवश्यक होता है। उसी जनसँख्या को छोटे-छोटे भाग में बाँट दिया। जाता है। वार्ड के नाम से जाना जाता है। जैसे की मान लेते फतेहपुर नाम का कोई गांव है। जिसकी जनसँख्या लगभग 300 है तो उसे वार्ड नंबर 1 मन लेते हैं। उस गाँव या उस वार्ड के लिए जो जनप्रतिनिधि का चुनाव किया गया है। उसे वार्ड सदस्य या वार्ड मेंबर कहते हैं। वार्ड मेंबर , या वार्ड सदस्य का चुनाव भी मुखिया के चुनाव के समय ही हो जाता है।

वार्ड सदस्य , वार्ड मेंबर के लिए योग्यता

शैक्षणिक योग्यता – शून्य

पंचायत के वोटरलिस्ट में नाम होना चाहिए।

जाति प्रमाण पत्र , आवास प्रमाण पत्र , तथा आय प्रमाण पत्र ,

उम्र – 21 साल कम से कम

सरकारी पद पर नहीं हो।

सम्पति का ब्यौरा

परंतु बहुत से राज्य में पहले मुखिया का चुनाव हो जाता है ,उसके बाद वार्ड मेंबर ,या वार्ड सदस्य का चुनाव होता है।

दिवालिया घोषित ना हो। इत्यादि।

इसी वार्ड के जनता को सरकारी सुविधा मुहैया करने लिए वार्ड मेंबर का चुनाव किया जाता है।

वार्ड मेम्बर या वार्ड सदस्य का क्या काम होता है।

वार्ड सदस्य अपने वार्ड में होने वाले कामों का ब्यौरा रखते हैं , तथा बैठक कर वार्ड में होने वाली परेशानी या आवश्यकताओं के लिए जिम्मेदार होते हैं। बैठक में जिस भी मुद्दे सहमति बनती है उसको मुखिया को सौपना तथा मुखिया उसे आगे फंड के लिए पंचायत सचिव के सहयोग से आगे ब्लॉक में भेज देते हैं।

किसी भी काम करने के लिए वार्ड में वार्ड क्रियान्वयन और प्रबंधन समिति का गठन किया जाता है।

प्रमुख कार्यों में वार्ड के विकास के लिए हर घर नल का जल योजना को लागू करना।

सात निश्चय के तहत पक्की गली -नाली।

जल आपूर्ति तथा सार्वजनिक स्वछता के लिए उपर्युक्त स्थल का चयन करना।

सरकार के योजना को लागु करना तथा लोगों में जागरूकता लाना। इत्यादि कामों को किया जाता है।

वार्ड सदस्य जनप्रतिनिधि सबसे निचली इकाई है तथा दोनों का परस्पर संवाद बना रहता है। इस पद का चुनाव प्रत्यक्ष रूप से होता है।

नोट – पंचायत के वार्डों के द्वारा अगर मुखिया के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित करते हैं तथा उसे जिला में भेजते है तो मुखिया को उसके पद से हटाया जा सकता है।

पाठको से अनुरोध है की इस जानकारी को पूरी तरह से वास्तविक नहीं समझे क्योंकि ये मेरे विचार तथा कुछ जानकारियों को लिखा विशेष जानकारी के पंचायती राज व्यस्था के बारे में किताब को पढ़ें।

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