cryptocurrency की जानकारी 2022
cryptocurrency की जानकारी 2022,आज से सालों पहले जब लोगों को किसी भी सामान की जरूरत होती थी वे आपस में सामानों की अदला बदली कर अपनी जरूरत है पूरा करते थे जैसे किसी के पास मक्का है और उसे गेहूं की जरूरत है तो वह मक्के वाले आदमी के पास जाकर गेहूं के लिए मक्का देते थे धीरे धीरे लेन देन को आसान बनाने के लिए सिक्कों का प्रचलन शुरू किया गया यह सिक्के तांबे लोहे पीतल चमड़े इत्यादि के होते थे इससे आगे बढ़ते हुए लोगों ने कागज का उपयोग मुद्रा के रूप में करने लगे परंतु अलग-अलग देशों में उनके मुद्रा का मूल्यांकन उस देश के प्रगति के अनुसार होने लगा जिस तरह भारत में मुद्रा के रूप में रुपया उपयोग किया जाता है उसी तरह अमेरिका में डॉलर ,दुबई में दिनार उनके मुद्रा का नाम है जैसे-जैसे लोगों ने तरक्की की उनके लेनदेन के तरीके भी बदलने लगे टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अब डिजिटल करेंसी का महत्व आने लगा है आज के दौर में क्रिप्टो करेंसी का उपयोग जोरो से किया जा रहा है
क्रिप्टो करेंसी क्या है?
क्रिप्टो का मतलब छिपा हुआ अर्थात गोपनीय तथा करेंसी का मतलब मुद्रा होता है इसे छुपी हुई मुद्रा के तौर पर भी कह सकते हैं क्रिप्टो करेंसी बहुत ही जटिल कंप्यूटर के एल्गोरिथम तथा ब्लॉकचेन की तकनीक से बनती है यह मुद्रा पूरी तरह आभासी होता है इससे आप डिजिटली तरीके से किसी भी वस्तु की खरीद कर सकते हैं
क्रिप्टो करेंसी को कैसे मैनेज किया जाता है?
कोई भी क्रिप्टोकरंसी को मैनेज करने के लिए कंप्यूटर के एल्गोरिथ्म ब्लॉकचेन तकनीक तथा कंप्यूटर के डिसेंट्रलाइजेशन के माध्यम से मैनेज किया जाता है
क्रिप्टोकरंसी काम कैसे करता है?
क्रिप्टो करेंसी ब्लॉकचेन के माध्यम से काम करते हैं जब भी किसी क्रिप्टो करेंसी के खरीद या बिक्री होती है उसका पूरा रिकॉर्ड रखने के लिए बहुत सारे कंप्यूटर एक जटिल प्रक्रिया में भाग लेते हैं जिस तरह डाटा स्टोर करने के लिए सर्वर रूम की आवश्यकता होती है उसी तरह क्रिप्टोकरंसी के लिए बहुत सारे पावरफुल कंप्यूटर मिलकर क्रिप्टो करेंसी के खरीद बिक्री का पूरा रिकॉर्ड रखते हैं इस प्रक्रिया को क्रिप्टो करेंसी माइनिंग भी कहा जाता है इन प्रक्रियाओं में जितने भी लोगों की आवश्यकता होती है उन्हें रिवॉर्ड के तौर पर क्रिप्टोकरंसी का कुछ हिस्सा दिया जाता है
क्रिप्टो करेंसी मार्केट क्या है?
क्रिप्टो करेंसी मार्केट का मतलब जहाँ लोग इनकी खरीद बिक्री कर सके क्रिप्टो करेंसी के मार्केट को कई नामों से जाना जाता है क्रिप्टो मार्केट क्रिप्टो करेंसी, एक्सचेंज डिजिटल करेंसी, एक्सचेंज कॉइन मार्केट इत्यादि के नाम से जाना जाता है इन मार्केट में आप कोई भी क्रिप्टो करेंसी की खरीद कर सकते हैं जैसे
- एथेरियम (ETH)
- लिटकोइन (LTC)
- डॉगकॉइन (Dogecoin)
- पीरकॉइन (PPC)
- बिटकॉइन (BIT )
- मोनेरो
- ईथरम और भी बहुत सारे कॉइन है जिसकी खरीदारी कर सकते हैं
क्रिप्टो करेंसी की खरीद कैसे करें
क्रिप्टोकरंसी की खरीद अधिकतर डिजिटल माध्यम से कर सकते हैं क्रिप्टो करेंसी के लिए क्रिप्टो एक्सचेंज पर आप डिजिटल तरीके से यानी कि क्रेडिट कार्ड बैलेंस, वैलेट ट्रांसफर ,पेयपल तथा अन्य डिजिटल तरीके से खरीद सकते हैं क्रिप्टो एक्सचेंज स्टोर पर आप हार्ड कैश जमा कर क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं या क्रिप्टो करेंसी बेचकर हार्ड केस प्राप्त कर सकते हैं
भारत में क्रिप्टोकोर्रेंसी कैसे खरीदें।
भारत में क्रिप्टोकोर्रेंसी की खरीद के लिए बहुत ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जहाँ आप आसानी के इनकी खरीद कर सकते हैं खरीद करने के लिए डॉक्युमनेट के तौर पर पैन कार्ड ,मोबाइल नंबर , ईमेल आदि की जरुरत होगी। भारत में अभी ये प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं WazirX, Zebpay, Coinswitch Kuber और CoinDCX GO , Coinbase ,Binance के नाम शामिल हैं. इन प्लेटफॉर्म पर आप सभी तरह की कॉइन खरीद की जा सकती है।
क्या भारत में क्रिप्टोकर्रेंसी वैध है।
भारत में क्रिप्टोकर्रेंसी की खरीदारी पिछले कई सालों से बंद थी। फिर कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद इसे लागु किया गया।
क्रिप्टोकरंसी के क्या फायदे हैं?
- क्रिप्टोकररेंसी पर किसी देश या राज्य का प्रभाव नहीं होता है इसीलिए इसका मूल्य हर जगह एक सामान होता है जैसे आप को फोन भारत में खरीदते हैं तो उसकी कीमत 12000 है तो उसी फोन की कीमत अमेरिका में 10000 भी हो सकता है। परंतु क्रिप्टोकोर्रेंसी के मामले में ऐसा नहीं होता है इसका मूल्य हर जगह एक सामान होता है।
- यह डिजिटल करेंसी है इसलिए इसको रखने के लिए किसी बैंक की जरूरत नहीं होती है। यह हर समय इंटरनेट पर उपलब्ध रहता है
- इसको खरीदना और बेचना या इसमें इन्वेस्ट करना बहुत ही आसान है।
- क्रिप्टो करेंसी बहुत ही सिक्योर होता है इसकी डुप्लीकेट नहीं बनाया जा सकता है
क्रिप्टोकरंसी के क्या नुकसान हैं?
जिस तरह हर सिक्के के दो पहलु होते है इसी तरह क्रिप्टोकोर्रेंसी के नुकसान भी है
- इस पर किसी देश या राज्य का कोई नियंत्रण नहीं होने के कारण इसका मूल्य बहुत ही तेजी से घटता और बढ़ता रहता है।
- मूल्य गिरने पर इसके खरीदार को बहुत बड़ा हानि होता है।
- इसका कोई भौतिक अस्तित्व नहीं होने के वजह क्रिप्टोकोर्रेंसी का कोई सिक्का या नोट नहीं होता है यह पूरी तरह से इंटरनेट पर ही रहता है भविष्य में हैक या डाटा लीक होने की संभावना बनी रहती है।
- बहुत सारे देश में इसकी खरीद या बिक्री को अवैध करार दिया गया है।
- गैर क़ानूनी धंधे में इसका उपयोग ज्यादा होता है।
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