Which registration is best for startup?

एक गलती आपका स्टार्टअप डूबा सकता है। जानिए फर्म और प्राइवेट कंपनी रजिस्ट्रेशन के बारे में। startup

दोस्तों आजकल हर युवा का सपना होता है। अपना खुदका startup शुरू करने का। लेकिन कड़वी सच्चाई ये भी है। सपने तभी पुरे होते हैं जब उन्हें पूरा किया जाय। वरना सपना का क्या है। लोग रोज देख हैं तो भूल जाते हैं लेकिन उन्हीं में कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो अपने सपने को किसी भी हाल में पूरा करने की क्षमता रखते हैं।

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जानिए भारत के बेहतरीन स्टार्टअप स्कीम के बारे में। Top startup scheme in india in hindi.

आज 1000 हजार स्टार्टअप में मुश्किल से 100 ही आगे बढ़ते हैं बाँकी बिच में ही बंद हो जाते हैं। अधिकांश युवा स्टार्टअप की बेसिक जानकारी को बिना समझे ही स्टार्टअप के समुंद में कूद जाते हैं जिसकी वजह से उन्हें बाद में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है। स्टार्टअप में बिज़नेस के साथ आपको उसे रेजिस्ट्रेड भी कराना होता है। लेकिन सही जानकारी के अभाव में स्टार्टअप कभी ,LLP ,Sole Proprietorship,फर्म या प्राइवेट कंपनी में रेजिट्रेशन करा लेते हैं।

अगर आप भी स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं आपको कंपनी रजिस्ट्रेशन के बारे में जरूर पता होना चाहिए। कितने प्रकार के होते हैं। स्टार्टअप का सही कंपनी रजिस्ट्रेशन होना जरुरी है इसके बिना आपका स्टार्टअप डूब सकता है।

आप लोगों के लिए 1 उदाहरण दिया जा रहा है।

फर्म की वजह से बिजनेस का डूबना।

एक बार की बात है पवन के पास के बेहतरीन आईडिया था। पवन अपने आईडिया को स्टार्टअप में बदलना चाहता था। पवन का सोच था। वो अकेले अपना स्टार्टअप शुरू करेगा और हिस्सेदारी किसी के साथ नहीं शेयर करेगा। इसीलिए उसने अपने स्टार्टअप को फर्म (Sole Proprietorship) में रेजिस्ट्रेड किया। बिज़नेस आगे बढ़ने के कुछ दिनों बाद उसे लगा अपने बिज़नेस को दूसरे शहरों में भी फैलाया जाय। इसिलिय उसने और पैसे खर्च कर अपने बिज़नेस को देश के अन्य शहरों में फैला दिया। कुछ दिनों के बाद उन्हें महसूस हुआ की पैसे कम आ रहे हैं ,बिज़नेस में और इन्वेस्ट करने पर बिज़नेस में रफ़्तार आयेगी। लेकिन अब उनके पास पैसा नहीं था। लोन की जरूरत पड़ रही थी।

जब पवन बैंक लोन लेने के लिए जाता है तब बैंक वाले उसे लोन देने से मना कर देते हैं क्योकि पवन का बिज़नेस फर्म के (Sole Proprietorship) में रेजिस्ट्रेड है। जिसका मालिक वो खुद है उसका कोई पार्टनर नहीं है। इसीलिए बैंक वालों ने उसे लोन देने से मना कर दिया था।

आगे चल पवन ने एक्सपर्ट की राय ली उसके बाद एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाई और फिर अपने फर्म को खरीद लिया। और बहुत मेहनत से अपने बिज़नेस खड़ा किया।

एक स्टार्टअप को रेजिस्ट्रेड करने से पहले क्या करना चाहिए।

दोस्तों यदि आप अपना स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं तो आपको स्टार्टअप शुरू करने से उसके बारीकियों के बारे में जरूर जाने। जैसे कौन -कौन डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होगी ,कहाँ रजिस्ट्रेशन करना होगा। स्टार्टअप किस फॉर्मेट में रेजिस्ट्रेड होगा। आपको एक्सपर्ट लोगों की राय लेनी चाहिए। आप यूट्यूब की मदद ले सकते हैं।

Which registration is best for startup?

Private Limited Company registration is best for startup. दोस्तों स्टार्टअप के लिए सबसे बेहतरीन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी होता है। आगे आपको इसकी जानकारी दी जा रही है।

Type of company registration in india in hindi.| भारत में कंपनी रजिस्ट्रेशन कितने प्रकार के होते हैं।

दोस्तों आप सभी को कंपनी रजिस्ट्रेशन टाइप के बारे जरूर पता होना चाहिए। भारत में कंपनी रजिस्ट्रेशन 7 प्रकार के होते हैं।

  1. Private Limited Company
  2. Public Limited Company
  3. Partnerships Company
  4. Limited Liability Partnership
  5. One Person Company
  6. Sole Proprietorship
  7. Section 8 Company

Sole Proprietorship रजिस्ट्रेशन

Sole Proprietorship में सिर्फ एक मालिक होता है। यह व्यक्तिगत कारोबार के तौर पर देखा जाता है। इस टाइप के बिज़नेस में मालिक ही सभी चीजों के लिए जिम्मेदार होता है। लाभ होने पर मालिक का लाभ होता है तथा लॉस होने पर मालिक का लॉस होता है। इसे आप आसानी से शुरू कर सकते हैं आपको अधिक कागजी कार्यवाई नहीं करनी पड़ती है। आप नगर निगम और नगर पालिका से प्रमाण पत्र पा सकते हैं साथ ही अपने जिला उद्योग कार्यालय से आपको संपर्क करना होगा।

Sole Proprietorship banefits

  • शुरू करना आसान है।
  • छोटे कारोबारियों और जो अकेले बिज़नेस करना चाहते हैं उनके लिए बेहतर है।
  • कारोबार में लाभ सीधे मालिक को होता है।
  • टैक्स भरने में बहुत ज्यादा झंझट नहीं होता।

Sole Proprietorship banefits

  • अगर बिजनेस में कर्ज हो जाए तो सारी जिम्मेदारी मालिक की होती है।
  • बिजनेस घाटे में चला जाए तो मालिक ही पूरी तरह से जिम्मेदार होता है।
  • बिज़नेस के लिए पूँजी और संसाधन की कमी होती है।
  • बिजनेस का विस्तार करने के लिए बैंक या दूसरी सस्थाएं लोन नहीं देती।

startup ke liy kon si company banaye | स्टार्टअप को किस फर्म में रेजिस्ट्रेड करायें।

यदि आप अपने स्टार्टअप को आगे चल बड़ा बनाना चाहते हैं तो आपको अपने स्टार्टअप को Private Limited Company में रेजिस्ट्रेड कराना चाहिए। Private Limited Company के जरिये आगे चल कर आप आईपीओ लांच कर सकते हैं। साथ ही आपको कंपनी के बिज़नेस को आगे बढ़ाने के लिए बैंक से लोन भी मिलता है इसके अलावा प्रकार के टैक्स बेनिफिट्स भी आपको मिलते हैं। कंपनी का रजिस्ट्रेशन सरकार के MCA पोर्टल पर किया जाता है।

Private Limited Company में कम से कम 2 डायरेक्टर और अधिक से अधिक 15 डायरेक्टर हो सकते हैं। साथ ही कम से कम 2 मेंबर और अधिक से अधिक 200 मेंबर हो सकते हैं।

Private Limited Company benefits

  • स्टार्टअप के लिए सबसे बेहतरीन है।
  • बैंको से लोन लेने में सुविधा होती है।
  • आगे चल स्टार्टअप अपना आईपीओ लॉन्च कर सकते हैं।
  • लॉस होने पर कंपनी का लॉस होता है उसके मालिक का लॉस नहीं होता है।

साराँश

खूबियां

दोस्तों उम्मीद है आप सभी को ये जानकारी पसंद आयी होगी। आगे और भी स्टार्टअप से जुड़ी जानकरियों के लिए आप हमारे स्टार्टअप केटेगरी में जरूर जाएँ। आप हमारे व्हाटसअप ग्रुप से जुड़ सकते हैं।

आप लोगों की सुविधा के लिए नीचे कुछ प्रश्न भी दिए जा रहे हैं।


  1. खुद का स्टार्टअप कैसे करे?

    आप खुद का स्टार्टअप शुरू कर सकते हैं। इसके लिए आपके पास एक बेहतरीन आईडिया होनी चाहिए।


  2. क्या सरकार स्टार्टअप्स के लिए पैसा देती है?

    भारत सरकार स्टार्टअप सीड फण्ड देती है।

  3. स्टार्टअप को किस फर्म में रेजिस्ट्रेड करायें।

    स्टार्टअप को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में रेजिस्ट्रेड करना चाहिए।

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