किसी भी देश की तरक्की में वहाँ के युवाओं का अहम योगदान होता है। सरकार का दायित्व होता है कि इन युवाओं के पास हुनर हो और वे अपने काम में दक्ष हो इसके लिए सरकार के द्वारा निरंतर प्रयास किया जाता है। सरकार के द्वारा देशभर के युवाओं / कामगार/ गृहिणी/ अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति वर्ग के उत्थान के लिए विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण प्रदान किए जाते हैं इनमें से एक प्रशिक्षण योजना का नाम पीएम दक्ष योजना है आइए जानें पीएम दक्ष योजना के बारे में इस लेख के द्वारा हमारी कोशिश होगी कम शब्दों में पूरी योजना की जानकारी आप लोगों को दे सकूँ।
पीएम दक्ष योजना 2022-23
[pm daksh 2022-23 ]पीएम दक्ष योजना, भारत सरकार के केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री श्री वीरेंद्र कुमार के द्वारा दिनांक 5 अगस्त 2021 को पीएम दक्षता पोर्टल और मोबाइल एप लांच किया गया था। इस योजना की सारी देखरेख सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के द्वारा किया जाता है। इस योजना का पूरा नाम प्रधानमंत्री दक्षता और कुशलता संपन्न हितग्राही योजना है
पीएम दक्ष योजना का उद्देश्य
देश की जनसंख्या के कामगारों का एक बड़ा वर्ग ऐसा भी है जिनकी कमाई का दिनचर्या अनिश्चित है इनकी आमदनी इतनी कम होती है जिससे सिर्फ वे अपना पेट भर पाते हैं इस योजना का उद्देश्य अनुसूचित जाति /अनुसूचित जनजाति /पिछले वर्ग /एवं सफाई कर्मचारियों को उनकी इच्छा लग्न के अनुसार उन्हें उनके काम के साथ-साथ अलग से निशुल्क कौशल शिक्षा प्रदान करना है।
पीएम दक्षता योजना की जरूरत
[pm daksh 2022-23 ]पीएम दक्ष योजना,आप में से कई लोगों ने यह देखा होगा किसी व्यक्ति या कारीगर एक समय में उसकी पहचान होती है परंतु जैसे ही मार्केट में या उसकी जगह कोई मशीन काम करने लगती है तब उसे हटा दिया जाता है या मार्केट में उसकी डिमांड कम हो जाती है जिसकी वजह से उस व्यक्ति की आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर हो जाती है इस समस्या से बचने के लिए इन कामगार लोगों उनके काम के अतिरिक्त कौशल विकाश की जरुरत होती है पीएम दक्षता योजना के दवरा अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/पिछड़ा वर्ग /अत्यंत पिछड़ा वर्ग/गृहणी को कौशल पर्शिक्षण दिया जाता है। सरकार के द्वारा हरेक वर्ग के कामगारों की दिनचर्या के हिसाब से उनके लिए कौशल दक्षता कार्यक्रम तैयार किया गया है
पीएम दक्षता कार्यक्रम प्रशिक्षण को चार भागों में बांटा गया है
- अप स्किलिंग / री स्किलिंग
- अल्पकालिक प्रशिक्षण (शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग)
- उद्यमिता विकास कार्यक्रम
- लॉन्ग टर्म कोर्स
अप स्किलिंग / री स्किलिंग
आसान भाषा में समझे :- आपके पास जिस भी प्रकार का हुनर या कौशल है उसे और बेहतरीन बनाना जैसे कोई कारीगर जिसे सूत काटने का काम आता है पर वो चरखे पर काम करना जनता है परन्तु उसे इलेक्ट्रिक चरखे पर काम करना नहीं आता है इस प्रशिक्षण के दौरान उसे नये तरीके के उसी काम लिए ट्रेनिंग दिया जायेगा।इस कार्यक्रम के अंतर्गत ग्रामीण कारीगर/ सफाई कर्मचारी/गृहणी / बुनकरों को प्रशिक्षण के तौर पर मिट्टी के बर्तन बनाने के तरीके /बुनाई कढ़ाई /के अलावे वित्तीय एवं डिजिटल प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस प्रशिक्षण के द्वारा उन्हें पारंपरिक कामों के साथ नए तरीके से उसी काम को करने के लिए मशीनरी प्रशिक्षण दिया जायेगा। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 32 से 80 घंटे का होगा। प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं लाभार्थियों को ₹2500 की सहायता राशि वेतन हानि होने के मुआवजे के तौर पर दिया जायेगा।
अल्पकालिक प्रशिक्षण (शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग)
- इस प्रशिक्षण को स्वरोजगार के लिए प्रेरित लाभुकों के लिए तैयार किया गया है
- इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को National Skill Qualification Framework (NSQF)/ National Occupational Standard (NOS), द्वारा जारी कौशल योग्यता पर आधारित तैयार किया गया है जिसके द्वारा लाभुकों को राष्ट्रीय व्यवसायिक मानक अनुसार रोजगार मिल सके।
- यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 200 घंटों से 600 घंटे 6 महीने का होगा।
- यह प्रशिक्षण कार्यक्रम लागत समान मानदंडों की सीमा तक सीमित होगी।
उद्यमिता विकास कार्यक्रम
- अनुसूचित जाति एवं अन्य पिछड़े वर्ग के युवाओं के लिए तैयार किया गया है जिन्होंने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत कौशल प्रशिक्षण प्राप्त किया है
- इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की अवधि 80 घंटे से 90 घंटे याद 15 दिन की होगी।
- इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में युवाओं को मार्केटिंग से संबंधित जानकारी जैसे बाजार में अपने उत्पादों को कैसे बेंचे। कौन से उत्पाद सही रहेगा।पूंजी कितनी लगेगी। प्रबंधन कैसे होगा इन सारे विषयों पर मार्केटिंग के एक्सपोर्ट के द्वारा प्रशिक्षण दिया दिया जायेगा।
लॉन्ग टर्म कोर्स
- यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उन क्षेत्रों में कराया जायेगा। जिनकी मार्केट में डिमांड है जिसे करने के बाद युवाओं को तुरंत नौकरी मिल सके।
- प्रशिक्षण कार्यक्रम तथा प्रौद्योगिकी के प्रति समर्पित संस्थान के द्वारा जैसे एनएसक्यूएफ एनसीवीटी एआईसीटीई (NSQF, NCVT, AICTE, MSME) के देखरेख में तैयार कराए गए कोर्स पर आधारित होगा। यह कोर्स प्लास्टिक प्रोसेसिंग/ स्वास्थ्य देखभाल /कपड़ा प्रसंस्करण/ तथा प्रौद्योगिकी इत्यादि पर कराए जायेगे।
- इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की अवधि 5 महीने से लेकर 1 वर्ष या 1000 घंटे की होगी
- लाभुकों को stipend दिया जाएगा
पीएम दक्ष योजना के लिए पात्रता
- आवेदक अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति/obc /सफाई कर्मचारी वर्ग से आते हों।
- Obc आवेदक के पारिवारिक वार्षिक आय 3 लाख से कम हो। ebc आवेदक के पारिवारिक वार्षिक आय 1 लाख से कम हो।
- आवेदक आर्थिक रूप से कमजोर हो।
- आयु सीमा 18 से 45 वर्ष
- डिनोटिफाइड नोमेडिक एवं semi-nomadic (खाना बदोश ,अर्ध खाना बदोश )
- ट्रांसजेंडर
पीएम दक्ष योजना के लिए दस्तावेज
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- स्व घोषणा प्रमाण पत्र
- फोटो पासपोर्ट साइज
- ईमेल आईडी
- मोबाइल नंबर
- व्यवसाय प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- स्व घोषणा प्रमाण पत्र
- फोटो पासपोर्ट साइज
- ईमेल आईडी
- मोबाइल नंबर
- व्यवसाय प्रमाण पत्र
- खाता सँख्या
पीएम दक्ष योजना का लाभ
- पीएम दक्ष योजना की पूरी ट्रेनिंग निः शुल्क है।
- शॉर्ट टर्म तथा लॉन्ग टर्म के कोर्स को करने वाले प्रशिक्षु की उपस्तिथि 80 % से अधिक होने पर 1000 से लेकर 1500 रूपये का stipend दिया जाता है।
- उप स्किलिंग /री स्किलिंग में 80% और उससे अधिक उपस्थिति वाले पर प्रशिक्षु को ₹3000 दिए जाते हैं जिनमें से ₹2500 स्टाइपेंड और ₹500 सामान लागत मानदंडों के अनुसार होते हैं
- ट्रेनिंग पूरी तरह से समाप्त होने पर प्रशिक्षु को प्रशिक्षण सर्टिफिकेट प्रदान किये जाते हैं।
- ट्रेनिंग के बाद प्रशिक्षु के लिए जॉब प्लेसमेंट के लिए कंपनियों को बुलाया जाता है।
पीएम दक्ष योजना लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें।
आवेदक सबसे पहले पीएम दक्ष योजना के पोर्टल https://pmdaksh.dosje.gov.in पर लॉगिन करें।
PM दक्ष योजना WWW.PSANVI.TECH
वेबसाइट पर जाने के बाद दाहिने साइड में ऊपर में कैंडिडेट रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करें।
आवेदक फॉर्म में उपलब्ध कॉलम में अपनी सारी जानकारी भरें। धीरे -धीरे फॉर्म की साऱी जानकारी भरें।
PM दक्ष योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण कार्यक्रम की अवधि
प्रशिक्षण संचालित | केंद्र सरकार के द्वारा |
प्रशिक्षण का प्रकार | अवधि |
अप स्किलिंग/री स्किलिंग |
32 से 80 घंटे(एक महीना) |
एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम | 80 से 90 घंटे(15 दिन) |
शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग प्रोग्राम |
200 से 600 घंटे(2 से 5 महीने) |
लॉन्ग टर्म ट्रेनिंग प्रोग्राम | 600 से 1000 घंटे(6 महीने से 1 साल) |