startup kya hai

startup kya hai | स्टार्टअप क्या है

startup kya hai | स्टार्टअप क्या है स्टार्टअप का मतलब आप इस तरह समझ सकते हैं नये के साथ – साथ परिवर्तन।

किसी भी यूनिक आईडिया के साथ किसी काम को करना जिसमे नये विचार के साथ – साथ तकनिकी विश्लेषण का उपयोग करके लोगों ,किसी समुदाय ,किसी संस्था इत्यादि के परेशानी को दूर करना ही स्टार्टअप है।

परंतु आज दौर में स्टार्टअप का मतलब किसी भी व्यवसाय को विचारों से लेकर वास्तिवकता में बदलना , जिसमें टेक्नोलॉजी , एक सुदृढ़ व्यवस्था ,भी शामिल हो उसे हम बिज़नेस स्टार्टअप के नाम से जानते है.

आम भाषा में

स्टार्टअप कंपनी वैसे कंपनी को कहते हैं जो अभी अपने प्रथम पायदान पर है। किसी भी स्टार्टअप कम्पनी का निर्माण एक या एक से अधिक लोग मिल करते हैं जिनका मकसद लोगों को एक यूनिक प्रोडक्ट के साथ उनकी समस्या को ख़त्म करना होता है।

आपको एक उदहारण के साथ समझाना चाहूँगा।

पहले लोगों को अपने मनपसंद खाना खाने के लिए होटल या ढाबा पर जाना होता था। किसी कारण कस्टमर को खाने का मन है परन्तु वो जा नहीं सकता है या वो होटल ज्यादा दूर इस परिस्तिथि में कस्टमर क्या करेगा।

ऐसी समस्या को देखते हुए जोमाटो ZOMATO जैसी startup कंपनी लोगों को घर तक उनके पसंद के होटल का खाना मुहैया करने लगे।

स्टार्टअप एक मतलब ये भी कह सकते हैं लोगों की परेशानियों को खोजना तथा उसे सरल ,आसान बनाके लोगों तक पहुँचना।

स्टार्टअप शुरू कैसे करें।

अगर आप को लोगों के परेशानियों/ समस्या को खोजना आता है। चाहे वो किसी भी फील्ड में हो तभी आप स्टार्टअप शुरू कर सकते हैं ,

कहते हैं न आवश्यकता ही अविष्कार की जननी हैं ऐसी प्रकार परेशानी / समस्या ,आवश्यकता ही एक startup की पहली सीढ़ी है।

क स्टार्टअप का निन्म तरीके से कर सकते हैं।

  • समस्या को खोजना – आप लोगों समस्या को खत्म करके ही आप अपने स्टार्टअप को बढ़ावा दे सकते है।
  • एक टीम का निर्माण करना। अगर स्टार्टअप छोटा है तो दो आदमियों से भी चल सकता है।
  • फंडिग सही से करें। फंड के खुद से या बैंक से या लोन लेके कर सकते है।
  • बड़े इन्वेस्टर को अपनी आईडिया समझा कर उनसे फंडिग प्राप्त कर सकते हैं। या गवर्नमेंट योजना से।
  • सभी को सारे काम आने चाहिये क्योंकि शुरुवात में स्टार्टअप छोटे होते हैं इसीलिए सबको को थोड़ा बहुत आना चाहिए।
  • काम को टुकड़े में बाँट कर करनी चाहिए।
  • मार्केटिंग आईडिया होना चाहिए। अपने कस्टमर को कैसे समझाना है ये आना चाहिए।
  • एक बिज़नेस मॉडल तैयार करना चाहिए।
  • सयम एवं धैर्य ही किसी स्टार्टअप को उसकी मंजिल तक पहुंचते है।
  • आप जिस भी फील्ड में काम कर रहे हैं उस फील्ड में मौजूद सारे कॉम्पिटिटर की जानकारी होनी चाहिए। और हमेशा उनसे कुछ अलग करना होगा।

स्टार्टअप में क्या ना करें।

सबसे पहले अपने कस्टमर को जाने बिना प्रोडक्ट लांच नहीं करें।

बेवजह खर्च ना करें।

अपने बिज़नेस का रिव्यु लेना नहीं भूले।

4 thoughts on “startup kya hai | स्टार्टअप क्या है”

  1. बहुत ही सुंदर तरीके से बताया गया है। गांव में रोजगार शुरू करने के लिए सरकारी योजना के विषय में बताएं।

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