PM-FME Scheme in Hindi | PM FME -2022,PM-FME, पीएफ-एफएमई का पूरा नाम प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन माइक्रो फूड प्रोसेसिंग इंटरप्राइजेज (PM Formalization of Micro Food Processing Enterprise yojana) है इस योजना की शुरुआत खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के द्वारा की गई है
आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत इस योजना का प्रचार प्रसार जोर शोर से किया जा रहा है इस योजना को 5 सालों (2020 – 2021 से लेकर 2024 -2025 ) तक के लिए शुरू किया गया है जिसके अंतर्गत तमाम छोटे लघु उद्योग जो किसी न किसी रूप से खाद्य प्रसंस्करण उद्योग से जुड़े हैं उनको वित्तीय सहायता प्रदान करना है इस योजना के अंतर्गत कुल 3500 करोड़ रुपयों का निवेश किया जाना है।
आसान भाषा में समझें :- माइक्रो फ़ूड प्रोसेसिंग का मतलब छोटे खाद्य उद्योग जैसे आचार ,पापड़ ,मखाना ,चिप्स ,आटा ,शहद प्रोसेसिंग ,दूध प्रॉसेसिंग प्लांट ,मछली पालन इत्यादि।
PM FME स्कीम का क्या उद्देश है
इस योजना का मुख्य देश छोटे तथा घरेलू खाद उद्योग को बढ़ावा देना है जिसके लिए भारत सरकार खाद्य कारोबारियों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है करोना और लॉकडाउन की वजह से बहुत सारे छोटे तथा लघु उद्योग चौपट हो गए. भारत के अर्थव्यवस्था में इन उद्योगों का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है फिर से इन उद्योगों को खड़ा करने के लिए भारत सरकार प्रयासरत है जिसके लिए पीएफएमई स्कीम लाई गई है।
पीएम एफएमइए के क्या फायदे हैं
- इस स्कीम के अंतर्गत खाद्य उद्योग से जुड़े हुए तमामछोटे कारोबारियों को अपना खुद का उद्योग लगाने हेतु सरकार की तरफ से बैंक द्वारा 10लाख तक के रूपये का लोन दिया जायेगा। 35% की सब्सिडी भी दिया जायेगा।
- नए उद्योग लगाने वाले कारोबारियों को ट्रेनिंग तथा तकनीकी सहायता प्रदान की जाएगी।
- इस स्कीम के अंतर्गत नए-नए खाद्य उद्योग खुलेंगे, जिसकी वजह से मार्केट में कुशल तथा अर्ध कुशल श्रमिकों की मांग बढ़ेगी जिससे इनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होंगे। श्रमिकों को अधिक से अधिक काम मिलेंगे।
- इस योजना के तहत सिंगल विंडो प्रक्रिया के द्वारा सारे कागजी काम को एक ही जगह संपन्न किये जाएंगे जिसकी वजह से आवेदकों को किसी अन्य दफ्तर में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
योजना का नाम | प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग इंटरप्राइजेज |
योजना से संबंधित विभाग | खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय |
योजना का प्रकार | भारत सरकार के द्वारा |
योजना का वर्ष | 2022 |
योजना से लाभान्वित वर्ग | खाद्य उद्योग से जुड़े छोटे कारोबारी |
ऑफिशल वेबसाइट | https://pmfme.mofpi.gov.in/ |
लाभ का प्रकार | बैंक के द्वारा लोन की सुविधा तथा सब्सिडी |
इस योजना का लाभ कौन-कौन ले सकते हैं
इस योजना का लाभ एक सिंगल व्यक्ति के द्वारा भी लिया जा सकता है तथा स्वयं सहायता समूह, कृषि सहकारी समितियाँ भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं,
PM FME स्कीम लिए पात्रता।
- आवेदक भारत का निवासी हो
- आवेदक की आयु 18 वर्ष से ऊपर होनी चाहिए।
- एक परिवार से केवल एक ही व्यक्ति आवेदन के लिए पात्र है।
- आवेदक का कम से कम आठवीं पास होना अनिवार्य है
- इस योजना के तहत आवेदक को लागत के 10% शुरुआत में जमा करना होगा इसके बाद बैंक के द्वारा 10लाख तक के ऋण की सुविधा और 35 परसेंट की सब्सिडी दिए जाएंगे
- आवेदक फॉर्मलाइजेशन के लिए इच्छुक हो
- सक्षम पदाधिकारी के द्वारा जांच की गई हो
आवश्यक दस्तावेज।
- आवेदक के पास पैन कार्ड की छाया प्रति उपलब्ध हो
- आधार कार्ड
- 6 महीने के बैंक स्टेटमेंट
- बैंक पासबुक की छायाप्रति
- पुराने उद्योग के नवीकरण के लिए बिल वाउचर
- जिस भी भूमि पर आवेदक अपना उद्योग लगाना चाहते हैं उस जमीन का रसीद आवेदक के नाम से हो
- अगर भूमि लीज पर लिया गया हो जमीन मालिक और आवेदक लीज इकरारनामा।
- गोदाम, उद्योग, मशीनों के लिए कोटेशन पेपर
PM FME के लिए पंजीकरण कैसे करें।
आवेदन करने से पूर्व आवेदक सारे जरूरी दस्तावेजों को अपने पास सुरक्षित रख ले




- पीएफ एमपी के ऑफिशल वेबसाइट पर विजिट करें होम पेज के दाहिने तरफ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करें
- एक नया विंडो खुलेगा जिस पर साइन अप लिखा होगा साइन अप पर क्लिक करें
- साइना पर क्लिक करने के बाद न्यू यूजर रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुलेगा दिए गए डिटेल संबंधित जानकारी भरकर नीचे रजिस्टर पर क्लिक करें
- इसके बाद एक यूजर आईडी पासवर्ड डिस्प्ले होगा जिसे सेव कर रख ले यूजर आईडी आपके मोबाइल पर भी आएंगे
- लॉगिन पेज पर जाकर फिर से यूजर आईडी पासवर्ड डालकर फॉर्म ओपन करें डैशबोर्ड ओपन होगा धीरे धीरे सारे डिटेल भरते हुए फॉर्म को पूरा भरें
PM FME का फुल फॉर्म क्या है
प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग इंटरप्राइजेज स्कीम, (PARDHAN MANTRI FORMALISAZTION OF MICRO FOOD PROCESSING ENTERPRISES SCHEME)
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