Top agritech startup in india जैसा की आप सभी को मालूम है भारत एक कृषि प्रधान देश है। देश में आज ज्यादा आबादी आज भी खेती पर आश्रित है। आज देश में खेती को और सफल बनाने में कई कम्पनियाँ आगे आ रही है। कृषि आधारित स्टार्टअप भी किसानों की समस्या को हल करने के लिए नई तकनीकों और AI की मदद ले रही है। आज भारत के जीडीपी में खेती का योगदान 17-18% है। जिसे बढ़ाने के लिए इन एग्रीटेक स्टार्टअप अपना महत्वपूर्ण भूमिका है। आज के इस आर्टिकल में हम जानेगे। देश के कुछ बेहतरीन एग्रीटेक स्टार्टअप के बारे में। Top agritech startup in india in hindi
1.एग्रोस्टार:
Agrostar पुणे स्तिथ एक एग्रीटेक स्टार्टअप है। जिसकी स्थापना 2013 में शार्दुल शेठ और सितांशु शेठ दोनों भाईयों ने मिलकर शुरू किया। यह एग्रीटेक स्टार्टअप किसानों के लिए एक मार्केट प्लेस के रूप में काम करता है। जहाँ से किसान अपनी जरूरत के सामानो की खरीदारी ऑनलाइन कर सकते हैं। इसके अलावा किसानों को फसलों के प्रबंधन की जानकारी के साथ -साथ खेती में फसलों की पैदावार को बढ़ाने के लिए आवश्यक सलाह/जानकारी मुहैया जाती है।
टेक्नोलॉजी की मदद से यह स्टार्टअप किसानों को मौसम की जानकारी ,फसलों के लिए आवश्यक दवाई ,खाद -उर्वरक की आवश्यक मात्रा से सम्बंधित जानकारी दी जाती है। एग्रोस्टार स्टार्टअप आज महाराष्ट्र ,मध्यप्रदेश ,और उत्तर प्रदेश के 50 लाख से अधिक किसानों के जरूरत को पूरा कर रहा है। एग्रोस्टार दिसंबर 2021 में स्टार्टअप सीरीज के डी राउंड में 70 मिलियन डॉलर जुटाए हैं।
2 निंजाकार्ट:
एग्रीटेक स्टार्टअप निंजाकार्ट की स्थापना जून 2015 में 6 दोस्तों ने मिलकर किया। थिरुकुमारन नागराजन, कार्तेश्वरन के के, आशुतोष विक्रम, शरथ लोगनाथन और वासुदेवन चिन्नाथंबी से शुरू हुआ ये स्टार्टअप अपने शुरुवात के दिनों में B2C मार्केटिंग करना शुरू किया। लेकिन इन्होने बाद में पाया की अभी मार्केट में किसानों और रिटेलर्स के बिच सप्लाई चैन की कमी है। इसी कमी को दूर करने के लिए इन्होंने अपने मॉडल में थोड़ा सा चेंज करके B2B में शिफ्ट किया। अब निंजाकार्ट जिसकी वजह फ्रेश ,फल ,सब्जी सीधे किसानों से डायरेक्ट खुदरा विक्रेता के पास पहुँच जाता है। कंपनी अपने सप्लाई चैन को पूरी तरह से सॉफ्टवेयर से ऑपरेट करती है। जिसकी वजह से किसानों के कलेक्शन सेण्टर से फ़लों ,सब्जियों को इक्क्ठा करने और डिस्ट्रब्यूट की पूरी प्रक्रिया आसान हो जाती है। बात करें फंडिंग की तो निंजाकार्ट ने टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट, एक्सेल, क्वालकॉम वेंचर्स और स्टीडव्यू कैपिटल से $164.2 मिलियन (लगभग 1200Cr.) जुटाए हैं।
3 देहात:
बिहार के शशांक कुमार और अमरेंद्र सिंह ने 2012 में देहात एग्रीटेक स्टार्टअप की शुरुवात किया। यह एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जो किसानों को खेती से जुड़ी सभी समस्या का समाधान करती है। देहात प्लेटफार्म के जरिये किसानों को गुणवत्तापूर्ण एग्री-इनपुट,बीज ,फ़र्टिलाइज़र ,परामर्श सेवायें,कीटनाशक आदि को किसानों तक पहुँचाने में मदद करता है।
आज देहात भारत की जानीमानी एग्रीटेक स्टार्टअप कंपनी जो अपने ऑनलाइन के जरिये किसानों के लिए बहुत बड़े पैमाने पर किसान को उनके अनुसार खेती की परामर्श सेवायें ,कृषि उत्पादों जैसे बीज, उर्वरक, कीटनाशक मुहैया करता है। यह उच्च गुणवत्ता वाले खेतीं किसानी में उपयोग होने वाले सामानों को कंपनी से सीधे किसानों तक पहुँचता है।
यह अपने DeHaaat स्टोर के जरिये किसानों तक परामर्श सेवाएं, मार्केट के साथ लिंक और फाइनैंशियल प्रोडक्ट्स उपलब्ध करता है। जिससे किसान सही समय और बाजार के माँग के अनुसार फसल की जानकारी देता है।
आज देहात भारत के कई राज्य में अपनी सेवा किसानों तक पहुँचा रहा है। सही टेक्नोलॉजी और सही मार्केटिंग के जरिये आज देहात से लाखों किसान जुड़ें हैं।
4 वेकूल:
कार्तिक जयारमन और संजय दासारी ने ताजे फलों और सब्जियों को किसानो से लेकर सीधे ग्राहकों तक पहुँचाने के लिए WayCool स्टार्टअप की शुरुवात की । धीरे -धीरे बिज़नेस को एक्सपान्ड करते हुए B2B waycool आज अपने ऑनलाइन प्लेटफार्म के जरिये। किसानों के फलों ,सब्जियों ,अनाजों को कस्टमर के अलावे देश बड़े रेस्तरां ,होटल में सप्लाई किया जा रहा है। waycool प्लेटफार्म के जरिये किसानों को कृषि इनपुट और खेती बड़ी सम्बंधित सभी जानकारी उपलब्ध कराई जाती है। waycool स्टार्टअप ने अभी तक में 60.8 मिलियन डॉलर (लगभग 4000Cr.) जुटाए हैं।
5 बीजक
किसानों की सबसे बड़ी समस्या फसल की पैदावार होने के बाद उन्हें मार्केट ,मंडी में सही दाम पर बेचने में होती है। उन्हें अलग -अलग जगह के मंडियों का रेट मालूम नहीं होता है। जिसकी वजह से उन्हें अपने फसल को बिचैलियों के पास औनेपौने दाम पर बेचना पड़ता है। इसी समस्या को देखते हुये 2019 में निखिल त्रिपाठी, दया राय, जितेंद्र बेदवाल, महेश जाखोटिया और नुकुल उपाध्याय ने बीजक एग्रीटेक स्टार्टअप की शुरुवात की। किसानों और व्यापारियों के दुरी को मिटाने के लिए बीजक ने उन्हें अपने प्लेटफार्म से जोड़ दिया। बीजक ऐप के जरिये किसानों को अपने फसल को बेचने के लिए सही मार्केट मिल जाता है। बीजक किसानों के फसलों को मार्केट में पहुँचाने के लिए ट्रांसपोटशन की सुविधा के अलावे व्यापारियों के लिए क्रेडिट भुगतान भी मुहैया करता है। बीजक ने 14.3 मिलियन डॉलर (लगभग 1000Cr.) जुटाए हैं।
6 bighaat
किसानों के लिए कृषि उत्पादों के bighaat ऑनलाइन प्लेटफॉर्म आज तेजी से उभर रहा है। bighaat प्लेटफॉर्म के जरिये किसान अपने जरूरत की सभी चीजें कृषि इनपुट से लेकर बीज ,फसल के पेस्टिसाइड ,कृषि उपकरण ,फसल के उपयोगी और चीजों की खरीदारी कर सकते हैं। bighaat देश के बड़े और नामी बीज कंपनियों के साथ साझेदारी कर किसानों को किफायती रेट पर बीज उपलब्ध करता है। ऑनलाइन बुक करने पर बीज आपके घर तक पहुँचा दिए जायेंगे।
7 CropIn Technology :
ये स्टार्टअप किसानों को खेती व्यवसाय और खेती में हो रहे टेक्नोलॉजी का उपयोग उन्हें एक ही प्लेटफॉर्म पर सभी सुविधा उपलब्ध करता है। 2010 में कृष्ण कुमार और कुणाल प्रसाद ने क्रोपिन टेक्नोलॉजी SaaS आधारति स्टार्टअप कंपनी की स्थापना की । जो अपने प्लेटफार्म के जरिये किसानों को रीयल टाइम मौसम की जानकारी ,कृषि गतिविधियों के प्रबंधन की क्षमता, जोखिम को कम करने में मदद करता है।
साराँश
दोस्तों उम्मीद है आप सभी को ये जानकरी पसंद आई होगी। आगे और भी खेती से जुड़े ,स्टार्टअप ,सरकारी योजना , के लिए आप हमारे वेबसाइट को फॉलो करें।
whatsapp group | Click here |
Telegram | Click here |
facebook page | Click here |
Click here | |
Home page | click here |
- बिहार में बीज डीलर बनने का सुनहरा मौका: ऐसे करें ऑनलाइन आवेदन | Bihar Block Beej Dealer Apply Online 2024
- इन 8 तरीकों से google se paise kaise kamaye । आप भी घर बैठे पैसा कमा सकते हैं।
- घर बैठे पैसा कैसे कमाएं: आसान और प्रभावी तरीके | Ghar baithe paise kaise kamaye.
- कमाल के हैं ये AI टूल जरूर इस्तेमाल करिये। AI tools kya hai ? | Top 10 ai tool in hindi.
- Gau Palan Yojana Bihar 2024-25: गाय खरीदने के लिए सरकार दे रही है ₹8 लाख ऐसे करें ऑनलाइन आवेदन