शहरों में लोग अपने छतों पर खेती करना पसंद करते हैं जिसे बागवानी या रूफटॉप कल्टीवेशन भी कहते हैं बहुत सारे लोग आजकल मार्केट में मिलने वाले रसायनिक सब्जियों से छुटकारा पाने के लिए ऑर्गेनिक खेती पर जोर दे रहे हैं
[ 1 ] घरों में उपजाये जाने वाले सब्जी फल बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक तथा केमिकल फ्री होते हैं ये स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव भी नहीं डालते हैं हैं
[ 2 ] मार्केट में मिलने वाले सब्जियों को रसायनिक रंगों से रंगा जाता है तथा रसायनिक खाद पानी से उपजाया जाता है जिससे यह देखने में सुंदर तो होते हैं परंतु स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक होते हैं
[3 ] चुकी छत पर होने वाली खेती में पहले लोग सिर्फ सब्जी की खेती करते थे परंतु आज के मॉडर्न तकनीक वाले खेती में सब्जी के साथ साथ कहीं और फलों की खेती की जा सकती है आज आप छत पर पपीता , ड्रैगन फ्रूट स्ट्रॉबेरी की खेती भी छत पर कर सकते हैं
छत पर खेती करने से लाभ
[ 1 ] आमदनी का एक बड़ा स्रोत सब्जियों पर खर्च होता है जिससे हमें रासायनिक सब्जी खरीदनी पड़ती है खुद से खेती पर यह रासायनिक फ्री होते हैं बजट भी कम लगेंगे
[2 ] छोटे से एरिया में आप अपने लिए सालों भर खाने लायक सब्जी का उत्पादन कर सकते हैं
छत पर बागवानी योजना क्या है
बिहार सरकार के कृषि विभाग उद्यान निदेशालय के द्वारा छत पर बागवानी योजना शुरू की गई है इस योजना का मुख्य उद्देश्य जैविक फल सब्जी को बढ़ावा देना है
योजना के लिए चयनित शहर
अभी इस योजना के अंतर्गत बिहार के 4 जिलों को शामिल किया गया है जिनमें से पटना गया भागलपुर एवं मुजफ्फरपुर के शहरी क्षेत्र शामिल है
कौन-कौन इस योजना का लाभ ले सकते हैं
[1 ] इस योजना के लिए मकान के छत पर 300 स्क्वायर फीट का खुला स्थान होना चाहिए
[2 ] स्वयं के आवेदन में दो इकाई का लाभ लिया जा सकता है किसी अपार्टमेंट या सोसाइटी में 5 इकाई कल आप लिया जा सकता है
[3 ] प्रति का 300 स्क्वायर फीट के लिए कुल लागत ₹50000 है
अनुदान कैसे मिलेंगे
अनुदान के रूप में ₹25000 ( एक इकाई के 50% लागत का ) दिए जाएंगे।
आवेदन कैसे करें।
आवेदन करने के लिए http://horticulture.bihar.gov.in वेबसाइट जा कर अप्लाई कर सकते हैं।
एक इकाई योजना के घटको की संक्षिप्त जानकारी निम्न है
क्र0 स 0 | घटकों का नाम | संख्या /आकार |
1 | पोर्टेबल ,फारमिंग सिस्टम | 3 |
2 | ऑर्गनिक किट | 4 |
3 | फ्रूट बैग | 10 |
4 | प्लास्टिक पॉट | 15 |
5 | खुरपी | 2 |
6 | हैण्ड स्प्रेयर | 1 |
7 | शेप्लिंग ट्रे | 3 |
8 | ड्रीप सिस्टम | पूरे में |
9 | फल के पौधे | 10 |
आवेदन के बाद क्या करें
आवेदन के बाद प्राप्त रसीद पर लाभुक को अंश की राशि ₹25000 रुपया जमा करने हेतु बैंक खाता संख्या एवं विस्तृत विवरण प्राप्त होगी संबंधित खाता संख्या में लाभुक अंश की राशि जमा होने के उपरांत आगे की अग्रसर कार्रवाई यथा कार्य देश निर्गत करने की कार्यवाही संचालित की जाएगी।